हमारी सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए कर रही लगातार कार्य: मुख्यमंत्री बघेल
मुख्यमंत्री ने नवीन शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं से संवाद की
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भेंट-मुलाकात कार्यक्रम कें पश्चात महासमुंद जिले में स्वीकृत नवीन शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय महासमुंद सत्र 2022-2023 एमबीबीएस अध्ययनरत छात्र-छात्राओं से संवाद के लिए शाम को स्थानीय मंगल भवन पहुंचे। ज्ञात है यहां महासमुंद में वर्ष 2021 में कॉलेज की स्थापना हुई। यहां स्वीकृत 125 सीटर महाविद्यालय में वर्तमान में 119 छात्र-छात्रों का पहला बैच एम.बी.बी.एस. में अध्ययन कर रहे हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि आप सब इस कॉलेज के पहले बैच का छात्र बन गए हैं। आपकी जिम्मेदारी समाज के लिए महत्वपूर्ण है। जब कोई भी जीवन और मृत्यु के बीच झूलता है तो डॉक्टर ही महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में जीवनरक्षक के रूप में खड़ा रहता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज की स्थापना से अंचल में डॉक्टरों की संख्या बढ़ जाएगी। खुशी की बात है कि महासमुन्द में 125 सीटर नवीन मेडिकल कॉलेज की स्थापना की गई है। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने उन्हें पेंसिल स्केच भेंट किया। संसदीय सचिव एवं स्थानीय विधायक श्री विनोद चंद्राकर ने महासमुंद में मेडिकल स्थापना के लिए मुख्यमंत्री श्री बघेल का आभार जताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के प्रयासों से ही यह सपना पूरा हो सका। इस अवसर पर गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू एवं नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती राशि महिलांगे एवं मेडिकल कॉलेज के स्टाफ एवं प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री से चर्चा के दौरान कालेज के प्रथम बैच में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही छात्रा पल्लवी जैन ने छत्तीसगढ़ी में मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। कहा कि हमन ल पढ़े के मौका मिलिस। आप ल बहुत-बहुत धन्यवाद। आप के कारण हमें यहां अवसर मिला। इसी तरह रायगढ़ की छात्रा अपराजिता गुप्ता ने कहा कि जिस तरह आपने सुविधाएं और पढ़ाई का वातावरण महासमुंद जिले में दिए हैं। उससे हमारे डॉक्टर बनने का सपना पूरा हो रहा है। इसी तरह छात्र आर्यन वर्मा- रायपुर ने कहा कि आप हमसे मिलने आए हैं। यह हमारे लिए गौरव का क्षण है। हम आपको बहुत धन्यवाद देते हैं। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिला में नवीन शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय खोलने से हम सबके डॉक्टर बनने का सपना आसान हो गया।