मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ने छेड़ा आरक्षण का नया तार, सीधा प्रधानमंत्री को ठहराया जिम्मेदार
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरक्षण बिल को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि आरक्षण से 50 प्रतिशत का कैप हटाया जाना चाहिए. मैंने पत्र भी लिखा है, कई बार पहले भी पत्र लिखा लेकिन प्रधानमंत्री की ओर से कोई जवाब ही नहीं आ रहा है.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरक्षण के मामले पर बयान देते हुए कहा है कि एक तरफ केंद्र सरकार भर्तियों में रोक लगा के रखी है, भर्तियां रुकी है. राज्य सरकार भर्ती करना चाहती है, लेकिन यहां आरक्षण बिलरोक दिया गया है, जिससे अभ्यर्थियों को बड़ा नुकसान हो रहा है. राज्यपाल से फिर से आग्रह है कि जल्दी आरक्षण बिल पर फैसला करें या तो आरक्षण बिल पर हमारी उम्मीद के मुताबिक हस्ताक्षर कर दें या बिल को विधानसभा लौटा दें. वहीं आगे उन्होंने कहा कि आरक्षण से 50 प्रतिशत का कैप हटाया जाना चाहिए. मैंने पत्र भी लिखा है, कई बार पहले भी पत्र लिखा लेकिन प्रधानमंत्री की ओर से कोई जवाब ही नहीं आ रहा है.
बताते चले कि आरक्षण के मामले पर सीएम बघेल ने कहा कि राज्यपाल कितने समय तक बिल को रोक सकते हैं. इसकी समीक्षा होनी चाहिए. तमिलनाडु ने इसे लेकर एक बिल भी पास किया है. लेकिन हम नहीं चाहते कि ऐसा करें. उससे पहले ही राज्यपाल हस्ताक्षर कर के बिल सौंपे ऐसी अपेक्षा है.
धर्मातरण को लेकर कही ये बात
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हेट स्पीच मामले पर भाजपा नेताओं के सिविल लाइन थाना जानें के मसले पर कहा कि नियमों के विपरीत काम करते हैं, कानून के खिलाफ काम करते हैं तो विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी. भाजपा का दो ही काम है धर्मांतरण और साम्प्रदायिकता, इसमें इनकी मास्टरी है. नफरत फैलाने वाले यहां सफल नहीं होंगे. वहीं धर्मांतरण के मसले पर सीएम ने कहा कि सबसे ज्यादा चर्च भाजपा शासनकाल में बने. इसका मतलब सबसे ज्यादा धर्मांतरण भी वहीं हुआ. सबसे ज्यादा चर्च भाजपा शासनकाल में बने इस बात का खंडन आज तक बीजेपी ने नहीं किया. मैं मंदिर, मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारे का विरोधी नही हूं
आरक्षण के मसले पर पत्र और राहुल गांधी का वीडियो ट्वीट करने के मसले पर सीएम बघेल ने कहा कि 50 प्रतिशत का कैप हटना चाहिए. पहले आए एक रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ में 40 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा से नीचे रहते हैं, ये रमन सिंह की उपलब्धि है. 50 प्रतिशत का कैप हटाया जाना चाहिए. मैंने पत्र भी लिखा है, कई बार पहले भी पत्र लिखा लेकिन प्रधानमंत्री की ओर से कोई जवाब ही नहीं आ रहा है. इसके अलावा बिरनपुर जाने को लेकर सीएम ने कहा कि वहां जाएंगे, लेकिन पहले स्थिति शांत तो हो जाये. सबसे हम लगातार टच में है. जो लोग भी घर जलाए हैं और हत्या किए हैं वो कोई हो छोड़ा नहीं जाएगा.