राज्य में शाला भवनों, आश्रमों एवं छात्रावासों का होगा कायाकल्प
भवनों की मरम्मत एवं रख-रखाव के लिए विशेष प्लान तैयार होगा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिए निर्देश
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में शाला भवनों, आश्रमों एवं छात्रावासों की मरम्मत एवं रख-रखाव के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार करने की निर्देश दिए हैं। उन्होंने शासकीय भवनों जैसे कलेक्टोरेट, अनुविभागीय एवं तहसील कार्यालय, पुलिस थाना, चौकी जहां शासकीय काम के चलते बड़ी संख्या में लोगों का आना होता है, उनके मरम्मत व रख-रखाव को भी कार्ययोजना में शामिल करने को कहा है।
मुख्यमंत्री बघेल ने मुख्य सचिव को शैक्षणिक संस्थाओं सहित अन्य शासकीय भवनों के मरम्मत एवं रख-रखाव की योजना तैयार कर आगामी कैबिनेट बैठक में प्रस्तुत करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के पश्चात शाला भवनों, आश्रमों एवं छात्रावासों की मरम्मत की ओर ध्यान नहीं दिया गया, जिसके कारण अनेक शाला भवनों में अध्ययन-अध्यापन के कार्य में परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा है कि आगामी शैक्षणिक सत्र आरंभ होने से पूर्व शालाओं, आश्रमों एवं छात्रावास भवनों का उन्नयन, मरम्मत एवं रख-रखाव कार्य कराया जाना आवश्यक है। इसी तरह अन्य शासकीय भवनों जहां काम के सिलसिले में आम जनता का आना-जाना बना रहता है, उन भवनों के भी मरम्मत, रख-रखाव व व्यवस्थापन की जरूरत है।