स्वामी आत्मानंद हिंदी माध्यम उत्कृष्ट विद्यालय बनने से पुराना वैभव लौट आया- मुख्यमंत्री बघेल
मुख्यमंत्री ने जशपुर में उत्कृष्ट हिंदी माध्यम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का किया शुभारंभ
प्रदेश व्यापी भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां जशपुर में स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट हिंदी माध्यम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का शुभारंभ किया। स्कूल परिसर को देखकर मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्रिटिश शासन काल में सन् 1932 में निर्मित यह स्कूल अपना वैभव खो रहा था, जीर्ण शीर्ण हो रहा था लेकिन आत्मानंद स्कूल खुलने के पश्चात स्कूल अपने पुराने वैभव पर लौट आया है। उन्होंने स्कूल परिसर में की गई व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए जिला प्रशासन को बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने स्कूल निरीक्षण के पश्चात कहा कि यह प्रदेश के सर्वश्रेष्ठ व सबसे सुंदर स्कूलों में से एक है। उन्होंने यहां की अधोसंरचना और सुविधाओं की सराहना करते हुए कहा कि अब यहां बास्केटबॉल मैदान, स्विमिंग पूल, सुसज्जित लैब सहित सभी सुविधाएं मौजूद है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि संभवतः यहां प्रदेश का पहला स्कूल है जहां स्विमिंग पूल की सुविधा है। मुख्यमंत्री ने बच्चों के साथ बॉस्केट बॉल खेला और बच्चों के साथ तस्वीर भी ली।
छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी गाना के बोल पर बच्चों ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया। बच्चों के आग्रह पर मुख्यमंत्री खुद को नहीं रोक पाए और वह भी इस गाने पर बच्चों के साथ नृत्य में शामिल हुए। उल्लेखनीय है कि शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जशपुर को स्वामी आत्मानंद स्कूल में तब्दील किया गया है। यहां 955 छात्र-छात्राएं अध्ययन कर रहे हैं जिसके सीधा लाभ इन बच्चों को मिलेगा। कार्यक्रम के दौरान विधायक यू.डी. मिंज, विनय कुमार भगत सहित जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।
गौरतलब है कि जशपुर विधानसभा में 03 स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम एक हिन्दी माध्यम विद्यालय संचालित है। जिसमें 1246 से अधिक विद्यार्थी अध्ययन कर रहे है। इन विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, मध्यान्ह भोजन, गणवेश पाठ्यपुस्तक विभिन्न प्रयोगशालाएं एवं पुस्तकालय की उच्च स्तरीय सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है। शिक्षा सत्र 2021-22 में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम जशपुर की कुमारी सौम्या यादव ने दसवीं बोर्ड परीक्षा की प्रावीण्य सूची में चौथा स्थान प्राप्त किया है। विद्यालय में कक्षा 11वीं व 12वीं के छात्रों को जेईई नीट परीक्षा की तैयारी भी कराई जाती है। जिसमें गत वर्ष तीन बच्चों ने जेईई के परीक्षा में सफलता प्राप्त की है।