अब कहां गया भूपेश बघेल का छत्तीसगढ़ियावाद:विष्णुदेव साय
कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ से राज्यसभा की दो सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम का एलान कर दिया है. राजीव शुक्ला और रंजीत रंजन को टिकट देने के फैसले से विपक्ष भड़क गया है. छत्तीसगढ़ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने यह तक हा है कि मुख्यमंत्री यह बताएं कि अब उनका तथाकथित छत्तीसगढ़ियावाद कहां छुप गया है.
छत्तीसगढ़ की खाली दोनों राज्यसभा सीटों पर कांग्रेस के फैसले पर उम्मीदवार तय किए जाने को लेकर भाजपा ने भूपेश सरकार पर निशाना साधा है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा " मुख्यमंत्री यह बताएं कि अब उनका तथाकथित छत्तीसगढ़ियावाद कहां छुप गया है, कहां खो गया है. कांग्रेस आलाकमान के आगे नतमस्तक होते हुए उन्होंने छत्तीसगढ़ के हितों से समझौता क्यों किया है?"
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा " भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ की जनता की आंखों में धूल झोंकते हुए हर रोज दिन में 10 बार छत्तीसगढ़िया..छत्तीसगढ़िया की रट लगाए रहते हैं. कभी भौंरा चलाते हैं, कभी पिट्टू खेलते हैं, कभी कुछ और स्वांग करते हैं लेकिन जब छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान की बात आती है तो भूपेश बघेल का स्वाभिमान 10 जनपथ में गिरवी रख जाता है. यह कौन सा छत्तीसगढ़ियावाद है? यह कौन सी छत्तीसगढ़ की संस्कृति है? छत्तीसगढ़ की संस्कृति ने अंग्रेजों के सामने सर नहीं झुकाया. यह भूपेश बघेल हैं जो 10 जनपथ के आगे छत्तीसगढ़ का सिर हर रोज नवा देते हैं."
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा " मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बताएं कि आखिर क्या वजह है कि उन्हें कृषि विश्वविद्यालय में तो छत्तीसगढ़िया कुलपति चाहिए होता है लेकिन छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़ का राज्यसभा सांसद नहीं चाहिए. पिछली बार तुलसी को कांग्रेस के राष्ट्रीय दामाद के लिए वकालतनामा की फीस के तौर पर राज्यसभा भेज दिया गया और वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा का अपमान किया गया. क्या यही भूपेश बघेल का छत्तीसगढ़ प्रेम है?"
इस बार भी भारतीय जनता पार्टी ने लगातार कहा कि छत्तीसगढ़ से राज्यसभा में छत्तीसगढ़ के लोगों को ही भेजना चाहिए. तब कांग्रेस कह रही थी कि भाजपा को इस बारे में बोलने का कोई अधिकार नहीं है. क्यों नहीं है? क्या राज्यसभा की सीटें 10 जनपथ की हैं या छत्तीसगढ़ की हैं? छत्तीसगढ़ के किसी भी मामले में भारतीय जनता पार्टी और छत्तीसगढ़ का एक-एक नागरिक बोलने का पूरा अधिकार रखता है, लेकिन छत्तीसगढ़ के बारे में बोलने का, छत्तीसगढ़ के हक की बात करने का अधिकार यदि कोई नहीं रखता है तो 10 जनपथ के दरबार में घुटने टेकने वाले भूपेश बघेल नहीं रखते हैं, जिन्होंने यह साबित कर दिया है कि 10 जनपथ जो चाहेगा छत्तीसगढ़ में वही होगा.
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा " छत्तीसगढ़ की जनता आंख में पट्टी बांधकर बैठने वाली नहीं है. भूपेश बघेल 10 जनपथ में कितना भी समर्पण कर दें, लेकिन छत्तीसगढ़ का सिर सिर्फ देश के स्वाभिमान के लिए झुक सकता है. देश के लिए झुक सकता है. किसी कांग्रेसी सल्तनत की सुल्तान के आगे कभी नहीं झुकेगा."
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा "क्या इस पूरे प्रदेश में कांग्रेस का एक भी योग्य उम्मीदवार नहीं है, जिसे राज्यसभा के लिये उम्मीदवार बनाया जा सके. एक बार फिर से कांग्रेस ने राज्य से बाहर का उम्मीदवार दिया है. यह छत्तीसगढ़ के लोगों को अयोग्य घोषित करने जैसा ही है. कांग्रेस ने पूर्व में भी मोहसिना किदवई और फिर केटीएस तुलसी तो एक बार अब फिर दोनों प्रत्याशी छत्तीसगढ़ के बाहर से बनाए हैं. इससे यह साबित होता है कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ के लोगों को प्रतिनिधित्व देना ही नहीं चाहती है."