छत्तीसगढ़ में रची गई सत्ता पलट की साजिश, IT छापे से मुझे बनाया मोहरा: सूर्यकांत तिवारी
कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने आयकर छापे पर चुप्पी तोड़ते हुए रविवार को बड़ा खुलासा किया है. सूर्यकांत तिवारी ने रायपुर में कहा कि " मुझे छत्तीसगढ़ का एकनाथ शिंदे बनाने की साजिश हुई. इसके लिए आयकर विभाग के अधिकारियों ने मुझ पर दवाब बनाया और मुझे सीएम बनने का भी ऑफर दिया". सूर्यकांत तिवारी के इस खुलासे के बाद छत्तीसगढ़ की सियासत में हड़कंप मच गया है.
छत्तीसगढ़ के कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने रायपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आईटी छापे को लेकर कई बड़े खुलासे किए. आयकर छापे के आधार पर सूर्यकांत तिवारी ने दावा किया है कि छत्तीसगढ़ में सत्ता पलट की साजिश रची जा रही थी. उन्होंने बीजेपी और आयकर विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि "मुझ पर आयकर विभाग ने जबरदस्त दवाब बनाया कि मैं सीएम भूपेश बघेल की उप सचिव सौम्या चौरसिया का नाम छापे में ले लूं. मुझ पर आयकर विभाग के कुछ अफसरों ने दबाव बनाया कि मैं प्रदेश के 40-45 विधायकों की सूची बनाऊं" सूर्यकांत तिवारी ने दावा किया कि "उन्हें आयकर विभाग के अफसरों ने कहा कि आप चालीस विधायकों की लिस्ट बनाइए उसके बाद विपक्ष के विधायकों के सहयोग से प्रदेश की सरकार बदल दी जाएगी"
सूर्यकांत तिवारी ने कहा कि" मुझे छत्तीसगढ़ का एकनाथ शिंदे बनाने की बात कही गई. उन्होंने कहा कि मुझे सीएम तक बनने का ऑफर दिया गया. इसके लिए आयकर विभाग के अफसरों ने आईटी छापे के नाम पर साम-दाम दंड भेद अपनाया" सूर्यकांत तिवारी ने आईटी रेड के बाद पहली बार चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन की साजिश रची जा रही है. इसके लिए आईटी विभाग का इस्तेमाल किया गया"
सूर्यकांत तिवारी यहीं नहीं रूके. उन्होंने कहा कि मैं एक कारोबारी हूं, अपराधी नहीं हूं. आयकर विभाग की टीम जब 30 जून को मेरे ठिकाने पर छापे के लिए आई तो अफसरों ने मुझे पीटा. इसके बाद मुझे आयकर के अफसरों ने गलत बयान देने के लिए उकसाया. मैंने गलत बयान नहीं दिया. सूर्यकांत तिवारी ने दावा किया कि वह महात्मा गांधी को मानते हैं और छत्तीसगढ़िया आदमी हैं.
सूर्यकांत तिवारी ने कहा कि मैं "कई वर्षों से कोयला का कारोबार करता आया हूं. मेरे राजनेताओं से संबंध हैं. अभी के सरकार और इसके पहले की सरकार में भी मेरे संबंध रहे हैं. अगर मुझपर कोई टैक्स की वसूली निकलती है तो मैं टैक्स दे दूंगा. कानूनी रूप से अपनी लड़ाई लड़ंगा मगर आयकर विभाग को कार्रवाई के नाम पर मुझे प्रताड़ित करने का हक नहीं है". उन्होंने दावा किया कि उन्हें सत्ता परिवर्तन के लिए मोहरा बनाया जा रहा है.
सूर्यकांत तिवारी ने आयकर विभाग पर आरोप लगाने के बाद पूर्व सीएम रमन सिंह पर भी गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि "किसी के यहां आयकर विभाग का छापा पड़ जाए तो वह क्रमिनल और अपराधी नहीं हो जाता है. रमन सिंह मुझे गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं. मैं जेल जाने को तैयार हूं लेकिन मैं जेल के जिस सेल में रहूंगा बगल की सेल में रमन सिंह को भी रहना होगा"
सूर्यकांत तिवारी ने कहा कि "अगर मुझे और मेरे परिवार को कुछ होता है तो इसके जिम्मेदार आयकर विभाग के लोग और बीजेपी होगी, जो लोग प्रदेश में सत्ता परिवर्तन कराना चाहते हैं"
कोयला कारोबार से जुड़े सूर्यकांत तिवारी के रायपुर और महासमुंद के ठिकानों पर आयकर विभाग ने दबिश दी थी. इस कार्रवाई में आयकर विभाग की तरफ से कहा गया कि उन्हें जांच में 200 करोड़ रुपये से ज्यादा के कलेक्शन के सबूत मिले हैं. आयकर विभाग को जांच के दौरान 9.5 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित नकदी और 5 करोड़ के आभूषण भी मिले थे. जिसे आयकर विभाग ने जब्त कर लिया था. आयकर विभाग की इस कार्रवाई के बाद बीजेपी लगातार कांग्रेस पर हमलावर थी. बीजेपी ने इस मुद्दे पर सीएम भूपेश बघेल से इस्तीफे की मांग भी की थी.