सरकार का बड़ा एक्शन, जलाशय में गिरे मोबाइल ढूंढवाने वाला फ़ूड इंस्पेक्टर निलंबित...
छत्तीसगढ़ सरकार ने फूड इंस्पेक्टर के मोबाइल ढूंढने के लिए डैम से हजारों लीटर पानी बहाने के मामले में बड़ा एक्शन लेते हुए खाद्य निरीक्षक राजेश विश्वास को सस्पेंड कर दिया है।
कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने इस मामले में जल संसाधन विभाग के अनुविभागीय अधिकारी को नोटिस जारी किया है। वहीं कलेक्टर ने इस मामले में 24 घंटे के भीतर अनुविभागीय अधिकारी से जवाब मांगा है।
कलेक्टर ने अपने नोटिस में कहा है कि मीडिया में जो बयान आरसी धीवर ने दिया है, उसके मुताबिक खाद्य निरीक्षक राजेश विश्वास को मोबाइल ढूंढने के लिए परलकोट जलाशय से लाखों लीटर पानी खाली कराने की मौखिक अनुमति दी गयी थी। बिना उ्च्चाधिकारियों की अनुमति के ही डैम से पानी खाली कराने को कदाचार मानते हुए कलेक्टर ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
यहां डेम पर पिकनिक मनाने पहुंचे फूड इंस्पेक्टर का कीमती मोबाइल डेम में गिर गया। मोबाइल को रिक्वर करने के लिए अधिकारी ने डेम में पंप लगाकर लाखों लीटर पानी ऐसे ही बहा दिया। जानकारों की माने तो डेम से करीब 20 लाख लीटर से ज्यादा ही फजूल में बहा दिया गया, जिससे हजारों एकड़ खेत सिंचित किया जा सकता था। मामले की जानकारी के बाद अब सिंचाई विभाग के अफसर इस मामले में गोलमोल जवाब देते नजर आ रहे हैं।
सरकारी विभाग के अफसर की मनमानी का ये मामला कांकेर जिला के परलकोट जलाशय का हैं। जानकारी के मुताबिक कोयलीबेड़ा ब्लॉक में फूड इंस्पेक्टर के पद पर राजेश विश्वास पदस्थ हैं। बताया जा रहा हैं कि रविवार 21 मई को वह दोस्तों के साथ बांध पर गए थे। यहां पार्टी करने के दौरान लापरवाही के चलते बांध के स्केल वाय के पास अफसर का डेढ़ लाख रुपए का मोबाइल पानी में जा गिरा। फिर क्या था इसके बाद फूड इंस्पेक्टर ने अपने पद का रौंब दिखाते हुए पहले तो डैम में आसपास के ग्रामीणों और गोताखोरों से मोबाइल ढूंढने का प्रयास किया गया। सोमवार की दोपहर तक जब मोबाइल का कुछ पता नहीं चला, तो अफसर के निर्देश पर डैम में से पानी निकालने के लिए पंप मंगवाया गया।
फिर क्या था इसके बाद लगातार चैबीसों घंटे पंप चलाकर डेम के पानी को ऐसे ही बहाना शुरू किया गया, ताकि डेम के खाली होने पर मोबाइल को निकाला जा सके। उधर डैम से धड़ल्ले से पानी बहाये जाने की खबर फैली, तब सिंचाई विभाग के अफसरों के कान खड़े हुए और मौके पर जाकर पंप को बंद करवाया गया। बताया जा रहा हैं कि इस दौरान डेम का पानी कम होने के बाद गुरुवार को फूड इंस्पेक्टर का मोबाइल तो मिल गया। लेकिन वो पूरी तरह से डेड हो गया था। इस मामले में जल संसाधन विभाग के अनुविभागीय अधिकारी आरसी धीवर का कहना है कि नियमानुसार 5 फीट तक पानी को खाली करने का परमिशन मौखिक तौर पर दी गई थी। लेकिन 10 फीट से ज्यादा पानी निकाल दिया गया।
उन्होंने बताया कि सोमवार शाम को पंप चालू किया गया था, जो गुरुवार तक चौबीसों घंटे चलाया गया। स्केल वायर में 10 फीट पानी भरा था, जो कि घटकर अब 4 फीट पर आ गया हैं। शिकायत पर सिंचाई विभाग के अफसर मौके पर पहुंचे और पानी निकालना बंद करवाया गया। लेकिन तब तक स्केल वाय से 6 फीट के लेवल पर पानी निकल चुका था।
अनुमान लगाया जा रहा हैं फजूल में बहाया गया पानी करीब 20 से 21 लाख लीटर होता है। सिंचाई विभाग के एसडीओ आरसी धीवर का कहना है कि उन्हें धोखे में रखकर इतनी बड़ी मात्रा में पानी को डेम में से बहा दिया गया। वहीं फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास ने इस घटना के बाद सफाई दिया हैं कि फोन में विभागीय जानकारी थी। इसलिए यह कदम उठाया, लेकिन पानी में रहने के कारण उनका फोन बंद हो गया है।